Please enable javascript. नौकरी छोड़ रजनीश कुमार ने शुरू की फिश फार्मिंग, सालाना कर रहे 40 लाख रुपये की कमाई - rajneesh kumar left his job and started fish farming earning rs 40 lakh annually | The Economic Times Hindi

नौकरी छोड़ रजनीश कुमार ने शुरू की फिश फार्मिंग, सालाना कर रहे 40 लाख रुपये की कमाई

Edited by Ranjeeta Pathare | ET Online | Updated: 28 Jun 2024, 6:36 pm

गाजियाबाद के पतला गांव में रहने वाले रजनीश कुमार (Rajneesh Kumar) पिछले पांच सालों से बड़े स्तर पर मछली पालन (Fish Farming) कर रहे हैं. वे इससे सालाना लाखों की कमाई कर रहे हैं. वे अपने फ़ार्म में कई तरह की मछलियों को पालते हैं.

 
नौकरी छोड़ रजनीश कुमार ने शुरू की फिश फार्मिंग, सालाना कर रहे 40 लाख रुपये की कमाई
नौकरी छोड़ रजनीश कुमार ने शुरू की फिश फार्मिंग, सालाना कर रहे 40 लाख रुपये की कमाई
आजकल ऐसे कई लोगों के बारे में आपको सुनने में आ रहा होगा, जो नौकरी छोड़ कुछ नया करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं. जिन्होंने बीटेक करने के बाद नौकरी की.
नौकरी के दौरान उन्हें फिश फार्मिंग (Fish Farming) का विचार आया. जिसके बाद अपने सपने को पूरा करने के लिए नौकरी छोड़ रजनीश कुमार (Rajneesh Kumar) ने शुरू कर दी फिश फार्मिंग.

शुरू कर दिया खुद का ब्रांड



गाजियाबाद के पतला गांव में रहने वाले रजनीश कुमार (Rajneesh Kumar) पिछले पांच सालों से बड़े स्तर पर मछली पालन (Fish Farming) कर रहे हैं. वे इससे सालाना लाखों की कमाई कर रहे हैं. वे अपने फ़ार्म में कई तरह की मछलियों को पालते हैं. इतना ही नहीं वे मछली पालन को गाय या अन्य पशु पालन से आसान मानते हैं.

मछली पालन में तकनीक का इस्तेमाल



रजनीश ने मछली पालन के लिए 100 एकड़ जमीन में ही तालाब बनाया है. इस फार्म में 30-35 एकड़ में मछली के बच्चों का पालन किया जाता है. बाकी 65 एकड़ में बड़ी मछलियों का पालन होता है. मछली पालन के लिए रजनीश बायोफ्लॉक टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल करते हैं.

स्थापित किया खुद का ब्रांड



इतने बड़े स्तर पर मछली पालन करने वाले रजनीश अपने खुद के ब्रांड ‘पीवीआर एक्वा’ (PVR Aqua) के नाम से ही मछली बेचते हैं.

किसानों को देते हैं ट्रेनिंग


रजनीश का कहना है कि किसानों को नई तकनीक का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है. किसानों को पारंपरिक खेती से आगे बढ़ना होगा. जो कम लागत या कम जमीन से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, उनके लिए मछली पालन बेहतर साबित हो सकता है.

वे किसानों को मछली पालन की तकनीक भी सिखाते हैं. इसके अलावा अपने यूट्यूब चैनल के जरिये भी मछली पालन के अनुभव और तरीके बताते हैं.

कितना होता है मुनाफा


मछलियों की डिमांड पूरे साल रहती है. लेकिन अभी भी हमारे देश में मछली पालन करने वाले लोग कम होने के कारण इसकी सप्लाई कम है. रजनीश हर साल लगभग 300 टन मछली सीधे थोक व्यापारियों को बेचते हैं. जिससे उन्हें सालाना 40 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफ़ा होता है.

Ranjeeta Pathare के बारे में
Ranjeeta Pathare
Ranjeeta Pathare Consultant
रंजीता, पिछले छह सालों से डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. इस दौरान इन्होंने अलग-अलग कई न्यूज़ पोर्टल्स पर काम किया. मूल रूप से बैतूल की रहने वाली हैं, लेकिन पढ़ाई इंदौर से पूरी हुई. बिजनेस के साथ ही राजनीति, शिक्षा और लाइफस्टाइल की खबरों में ख़ास रूचि है.Read More